लुधियाना: थाना सुथार में तैनात ASI की ऑटो चालक से रिश्वत लेने की वीडियो सामने आई है। जिसे ऑटो चालक से रिश्वत लेते रंगे हाथों एक समाजसेवी ने काबू किया है। उक्त समाजसेवी ने रिश्वखोर ASI का ट्रैप लगा दिया आटो चालक से 1500 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। दरअसल उक्त व्यक्ति ने रिश्वत के रुपयों को फोटो स्टेट करवा लिया था।
ट्रैप लगा पुलिस अधिकारी की गाड़ी से 1500 रुपये कैमरों के सामने बरामद किए। ASI गुरमीत सिंह वर्तमान में थाना सुथार में तैनात है। रिश्वत लेने के बाद वीडियो सामने आने पर तुरंत एक्शन लेते हुए SSP नवनीत सिंह बैंस ने पुलिस अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है। आटो चालक ने गुरमीत सिंह पर आरोप लगाया कि उसने उसे 2500 रुपये आटो छोड़ने के कुछ दिन पहले दिए है।
अब फिर से पुलिस अधिकारी उससे 2500 मांग रहा था लेकिन उसने 1500 रुपये एकत्र कर उसे दिए है। आटो चालक ने एक सामाजिक कार्यकर्ता की मदद से उन करेंसी नोटों की फोटोकॉपी की, जिन्हें उसने एएसआई को रिश्वत के रूप में दिए थे। इस बीच उन्होंने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दे दी। अधिकारियों ने एएसआई के पास से नोट बरामद किए। पुलिस के मुताबिक हलवारा के प्रीतपाल सिंह ने करीब दो साल पहले अपना ऑटो एक व्यक्ति को बेचा था।
खरीदार ने प्रीतपाल सिंह को एक चेक दिया था जो खाते में अपर्याप्त राशि होने के कारण बैंक द्वारा फेल हो गया। ठगे जाने का एहसास होने पर प्रीतपाल ने सुधार थाने में शिकायत की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। प्रीतपाल ने हलवारा में अपना ऑटो रिक्शा सड़कों पर दौड़ता देखा, उसने ऑटो रिक्शा चालक को रोका तो पाया कि उस व्यक्ति ने आगे वाहन बेच दिया है।
प्रीतपाल ऑटो चालक और वाहन के साथ सुधर थाने पहुंचा और एएसआई गुरमीत सिंह से मिला, जिसने वाहन का कब्जा दिलाने में मदद करने के एवज में 2500 रुपये रिश्वत मांगी। जिसे प्रीतपाल ने चुका दिया था। बाद में एएसआई ने 2500 रुपए और मांगे। ASI का स्टिंग आप्रेशन कर लोगों ने रंगे हाथ पकड़ा। लुधियाना रेंज के IG कौस्तुभ शर्मा ने कहा कि मामला गंभीर है। रिश्वतखोरी को कभी सहन नहीं किया जा सकता। ASI को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। SP हैडक्वाटर मामले की जांच कर रहे है।