रोजाना24न्यूज: मिशन कंपाउंड स्थित शहर की 135 साल पुरानी गोलकनाथ चर्च को बेचने की कोशिश के मामले में पुलिस ने जांच के बाद एफआईआर दर्ज कर ली है। FIR में दो लोगों को नामजद किया गया है, जिनकी पहचान लुधियाना के नेवे कलवरी चर्च, मिशन कंपाउंड के रहने वाले जॉर्डन मसीह और लुधियाना के अंबेडकर नगर के रहने वाले मैरी विलसन के रूप में हुई है। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 120-बी के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल आरोपी गिरफ्त से दूर है।
बता दें कि जॉर्डन मसीह ने 5 करोड़ में उक्त चर्च को बेचना था। जिसका बयाना हो चुका था। 2 दिन बाद चर्च की जमीन की रजिस्ट्री होने वाली थी। लेकिन उससे पहले ही यूनाइटेड चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया ट्रस्ट के अधिकारियों को इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिल गई।
ट्रस्ट सचिव अमित के. प्रकाश ने कहा- पिछले मंगलवार को उन्हें पता चला कि ऐतिहासिक गोलकनाथ चर्च दो दिन में पंजीकृत होने जा रहा है। उन्हें चर्च की 24 कनाल से अधिक जमीन के लिए, लिए गए 5 करोड़ रुपए के स्टेटमेंट की कॉपी मिली। जिसके बाद उन्होंने तुरंत अधिकारियों से मुलाकात की। फिर डीसी हिमांशु अग्रवाल द्वारा रजिस्ट्री को रुकवा दिया गया।
अमित प्रकाश ने बताया कि जॉर्डन मसीह ने यूनाइटेड चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया ट्रस्ट के नाम से फर्जी ट्रस्ट बनाकर यह धोखाधड़ी की है। बयान में उन्होंने चर्च की जमीन का खसरा नंबर तक लिखा है। फिलहाल जॉर्डन मसीह और बाबा दत्त नाम के दो शख्स ही इस धोखाधड़ी में शामिल पाए गए हैं।
मामले के खुलासे के बाद बताया जा रहा है कि जॉर्डन मसीह ने 2 साल पहले सहारनपुर में चर्च की जमीन बेचने की कोशिश की थी। वहां उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उसे और उसके साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। ट्रस्ट के पदाधिकारियों के मुताबिक उस मामले में वह जमानत पर थे।